कितना विनाशकारी होगा अगर धरती से हवा गायब हो जाए !

कितना विनाशकारी होगा अगर धरती से हवा गायब हो जाए !अगर बिना हवा के धरती की कल्पना की जाए तो यह कितना भयानक होगा क्या आपने कभी सोचा है ?

धरती पर जीवन का आधार ही हवा से है। हवा में ऑक्सीजन,कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन अन्य गैसै होती है। अगर सोचा जाए कि कुछ समय के लिए धरती से हवा गायब हो जाए, तो यह दृश्य कितना विनाशकारी होगा ।आज के इस लेख में हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे ।

शांत हो जाएगी धरती – हवा ध्वनि को एक जगह से दूसरे जगह तक पहुंचाने का काम करती है। हवा के बिना ध्वनि की तरंगे एक जगह से दूसरी जगह नहीं फैल पाएगी जिसकी वजह से हम कोई भी ध्वनि नहीं सुन पाएंगे। इसका मतलब हुआ कि हम एक दूसरे की बातों को भी नहीं सुन पाएंगे और धरती पूरी तरह से शांत हो जाएगी।

जीवन का अंत- जैसे कि आप जानते हैं हवा में ऑक्सीजन होती है जो सांस लेने के लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी है। अगर हवा गायब हो जाए तो सबसे पहले सांस लेने में परेशानी होगी और सभी जीवित प्राणी जैसे मनुष्य, जानवर, पेड़ पौधे जीवित नहीं रह पाएंगे। इसका मतलब होगा चंद समय में धरती से जीवन समाप्त हो जाएगा।वाष्पीकरण का अंत:- हवा में नमी होने के कारण बादलों द्वारा बारिश का निर्माण किया जाता है ।अगर हवा ही नहीं रहेगी तो पानी के वाष्पीकरण की प्रक्रिया रुक जाएगी। जिसके फल स्वरुप बारिश नहीं होगी।इससे नदियो,समुद्रो, झीलों का जलस्तर घटेगा और धरती से जलकुंड समाप्त हो जाएंगे जो धरती पर जल संकट को जन्म देगा।

एयर प्रेशर में बदलाव :- अगर मनुष्य अपने दिमाग से आक्सीजन सिलेंडर के सहारे जिन्दा रहने की कोशिश करेंगे तो भी ये एक हद तक सम्भव नहीं हो पायेगा।क्योंकि हवा का दबाव हमारे शरीर को स्थिर रखता है। बिना हवा के एयर प्रेशर यानी वायुदाब में अचानक बदलाव होगा। यह स्थिति हमारे शरीर के लिए हानिकारक होगी इसके फल स्वरुप शरीर के अंदरुनी अंगों पर विनाशकारी प्रभाव पड़ सकते हैं जो जीवन समाप्त का कारण है ।

तापमान में बदलाव:- हवा हमारी धरती को ठंडा और गर्म करने में मदद करती है बिना हवा के धरती का तापमान तेजी से बढ़ेगा या फिर घटेगा दिन के समय में सूरज की रोशनी सीधे धरती पर पड़ेगी जिससे ज्यादा गर्मी होगी और रात के समय हमारी धरती बड़ी तेजी से ठंडी होगी तापमान का इतनी तेजी से बदलना जीवन के लिए अनुकूल नहीं है।

आखिर में कुछ :- वैसे यह सिर्फ एक लेख था और शायद पढ़ने के बाद आपके शरीर में एक सिरहन सी दौड़ गई होगी । तो इसीलिए अपनी पृथ्वी को हरी भरी रखने में भरपूर मदद करें। प्रकृति से प्रेम करें और भविष्य के लिए इसे बचा कर रखने में मदद करें । प्रकृति ही ईश्वर है और जीवन देने वाली है ।अगर आपको यह लेख पसंद आया है। तो आप अपने विचार कमेंट में लिख सकते हैं ।जो हमें और ज्यादा अच्छा लिखने के लिए प्रेरित करेंगे।

धन्यवाद्

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