नादा हाफि‍ज*, मिस्र के काहिरा से हैं और उन्होंने तीन ओलंपिक खेलों—लंदन, टोक्यो और अब पेरिस—में अपने देश का प्रतिनिध‍ित्व किया है। उनकी कहानी बेहद दिलचस्प है,

नादा हाफि‍ज*, मिस्र के काहिरा से हैं और उन्होंने तीन ओलंपिक खेलों—लंदन, टोक्यो और अब पेरिस—में अपने देश का प्रतिनिध‍ित्व किया है। उनकी कहानी बेहद दिलचस्प है, क्योंकि तलवारबाजी शुरू करने से पहले नादा एक जिमनास्ट थीं और उन्होंने मिस्र की जिमनास्टिक चैंपियन का खिताब भी जीता था।

इसके साथ ही, उनके पास चिकित्सा की डिग्री भी है, जो उन्हें एक बहुआयामी व्यक्तित्व बनाती है। हम बात कर रहे हैं मिस्र की अद्भुत तलवारबाज **नादा हाफिज** की, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लिया था। हैरानी की बात यह है कि नादा जब इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही थीं, तो वह 7 महीने की गर्भवती थीं। बावजूद इसके, उन्होंने अपने पहले मुकाबले में शानदार जीत दर्ज की। 🤺💪सोशल मीडिया पोस्ट से खुलासा: 26 वर्षीय नादा हाफिज ने व्यक्तिगत प्रतियोगिता में अपना पहला मैच जीता, लेकिन वह राउंड ऑफ 16 में हार गईं।

इसके बाद उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा, “मेरे गर्भ में एक लिटल ओलंपियन पल रहा है। मेरे बच्चे और मैंने शारीरिक और भावनात्मक चुनौतियों का सामना किया। गर्भावस्था खुद में एक कठिन यात्रा होती है। जिंदगी और खेल के बीच संतुलन बनाना बहुत मुश्किल था।” 🍼🤰उन्होंने आगे लिखा, “मैं यह पोस्ट इसलिए कर रही हूं, क्योंकि राउंड-16 में पहुंचने पर मुझे गर्व महसूस हो रहा है। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे अपने पति और परिवार का समर्थन मिला, जिसकी वजह से मैं यहां तक पहुंच सकी।

तीन बार ओलंपियन रह चुकी हूं, लेकिन यह ओलंपिक खास था, क्योंकि इस बार मेरे साथ एक छोटा ओलंपियन भी था।” 💖👶नाडा की इस प्रेरणादायक कहानी और उनकी इंस्टाग्राम पोस्ट ने दुनियाभर में सुर्खियां बटोरीं और हर किसी के दिल को छू लिया। उनकी कहानी यह साबित करती है कि हिम्मत और जुनून से आप किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं। 🙌💫

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