Mudra loanmudra loan

भारत सरकार ने छोटे व्यापारियों और स्वरोजगार को प्रेरित करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें से एक प्रमुख योजना है प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) जिसके तहत मुद्रा लोन (MUDRA Loan) प्रदान किया जाता है। मुद्रा लोन एक बेहतरीन योजना है,

विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो अपना व्यापार शुरू करना चाहते हैं ,या पहले से ही एक व्यापारी है. और अपने व्यापार को आगे बढ़ाना चाहते हैं । इस योजना के तहत लोन लेने की प्रक्रिया सरल और बिना गारंटी की होती है, जो इसे व्यापारियों के बीच लोकप्रिय बनाती है। अगर आप भी अपने व्यापार को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं, तो मुद्रा लोन का लाभ अवश्य उठाएं।

इस लेख में हम जानेंगे मुद्रा लोन क्या है, लोन के लिए योग्यता, इसके प्रकार, कैसे अप्लाई करें, लाभ, और मुद्रा लोन के लिए दस्तावेजो की जरूरत. इन सभी पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

मुद्रा लोन क्या है ?

मुद्रा लोन एक प्रकार का ऋण है जो भारत सरकार की प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के जरिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) को दिया जाता है। मुद्रा (MUDRA) का पूरा नाम Micro Units Development and Refinance Agency Ltd, है , यह योजना छोटे व्यापारियों को आर्थिक सहायता देने के उद्देश्य से बनाई गई है, ताकि वे अपने व्यापार को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा सके और अपने सपनों को साकार कर सके। यह लोन छोटे दुकानदारों, कारीगरों, और अन्य व्यापारियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।

मुद्रा लोन के प्रकार :-

भारत सरकार की PMMY ( प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ) के तहत तीन प्रकार के लोन दिए जाते हैं, जो उधारकर्ता की वित्तीय जरूरतों और व्यापार के स्तर पर आधारित होते हैं :

शिशु लोन (Shishu Loan) –

मुद्रा योजना की शुरुआत शिशु लोन से होती है , इस लोन में किसी गारंटर की जरूरत नहीं पड़ती है और इस लोन की अधिकतम राशि ₹50000 हो सकती है शिशु लोन नए व्यवसाय की शुरुआत के लिए मुख्य रूप से छोटे व्यापारियों और स्वरोजगार करने वालों के लिए होता है। जिस भी छोटे स्तर पर अपने व्यापार की वित्तीय स्थिति को सुधार सकें।

किशोर लोन (Kishor Loan) –

किशोर लोन प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की मध्य योजना है, किशोर लोन का मुख्य उद्देश्य शिशु लोन से उच्च स्तर के व्यापारियों को वित्तीय लाभ पहुंचाना है , किशोर लोन के माध्यम से व्यापारी 50000 से लेकर 5 लाख रुपए तक की राशि ले सकते हैं। इस लोन में भी किसी गारंटर की जरूरत नहीं पड़ती है, किशोर लोन का मुख्य उद्देश्य पहले से चल रहे व्यवसाय को बढ़ावा देना है
इसे वे व्यवसायी ले सकते हैं जिनका व्यापार प्रारंभिक अवस्था में है और व्यापार को आगे बढ़ना चाहते हैं।

तरुण लोन (Tarun Loan) –

तरुण लोन में व्यापारी प्रधानमंत्री मुद्रा लोन की योजना के शिशु लोन और किशोर लोन दोनों चरणों से ज्यादा धनराशि प्राप्त कर सकते हैं, इसमें उधारकर्ताओं को 5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक की राशि दी जाती है।
बड़े स्तर पर व्यवसाय के विस्तार के लिए यह उन व्यवसायियों के लिए होता है जिनका व्यापार थोड़ा बड़ा है और उन्हें अधिक निवेश की आवश्यकता है। जिससे वे अपने व्यापार को और अधिक आगे बढ़ा सके और एक नई ऊंचाई हासिल कर सके।

मुद्रा लोन के लाभ :-

1. बिना गारंटी लोन : मुद्रा लोन के लिए कोई भी गारंटी देने की आवश्यकता नहीं होती है।
2. कम ब्याज दरें : प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के तहत मिलने वाले लोन की ब्याज दरें सामान्य बैंकों के अन्य लोन की तुलना में कम होती हैं।
3. सरल आवेदन प्रक्रिया : मुद्रा लोन की आवेदन प्रक्रिया बिल्कुल सरल और उपयोगकर्ता के अनुकूल होती है।
4. लचीलापन : अलग-अलग व्यवसायों के लिए अपनी वित्तीय जरूरत के अनुसार लोन चुनने की आजादी होती है।

5. EMI से छुटकारा : मुद्रा लोन योजना के तहत कुछ बैंक लोन के कुछ चरणों में उधर कर्तव्यों को शुरुआत के कुछ महीनो के लिए EMI न चुकाने की छूट देते है ।

मुद्रा लोन के लिए योग्यता : –

प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के लिए योग्यताएं बिल्कुल निम्न रखी गई है , यह योग्यताएं व्यापार के प्रकार और व्यापार से जुड़े दस्तावेजों के अनुसार तय होती है ।

पात्रता :-
1. आयु सीमा 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए
2. उधारकर्ता भारत का नागरिक होना चाहिए ।

3. उधारकर्ता का सिबिल स्कोर कम से कम 720 होना चाहिए और पिछले रिकॉर्ड में किसी भी बैंक के साथ कोई डिफॉल्ट नहीं होना चाहिए।
ध्यान दें कि बैंक और वित्तीय संस्थाएं अलग-अलग पात्रता मानदंड तय कर सकती हैं। यह सभी बैंक के व्यापार और सिबिल स्कोर पर निर्भर कर सकता है।

मुद्रा लोन के लिए आवश्यक दस्तावेज :-

1. आधार कार्ड : आधार कार्ड एक भारत सरकार द्वारा जारी किया जाने वाला दस्तावेज है जो आपकी पहचान और ग्राहक के पते की पुष्टि करता है। आवेदन के समय आधार कार्ड का उपयोग गा की पहचान करने और उसके स्थाई पते के रूप में किया जाता है।

2. पैन कार्ड : पैन कार्ड एक ऐसा दस्तावेज है जो ग्राहक की आर्थिक पहचान को दर्शाता है । यह ग्राहक के पिछले लेनदेन यानी सिबिल स्कोर के रिकॉर्ड को ट्रैक करने के लिए उपयोग किया जाता है और साथ ही यह इनकम टैक्स रिटर्न के रिकॉर्ड को भी दर्शाता है ।

3. व्यवसाय का पंजीकरण प्रमाणपत्र : व्यवसाय का पंजीकरण प्रमाण पत्र ग्राहक के व्यापार के स्थाई रूप से होने का प्रमाण है। जो बैंक लोन स्वीकृत के दौरान मांगता है इसके लिए GST रजिस्ट्रेशन भी मान्य है । व्यवसाय पंजीकरण प्रमाण पत्र मांगे जाने का उद्देश्य यह है कि आप एक वास्तविक और वैध व्यापारी है

4. बैंक स्टेटमेंट : बैंक स्टेटमेंट से यह पता चलता है कि आपके व्यापार की वित्तीय स्थिति कैसी है और आपके व्यापारिक लेनदेन किस स्थिति में है। इसमें बैंक ग्राहक से पिछले 6 माह या 1 साल का बैंक स्टेटमेंट मांगता है।

5. बिजनेस प्लान : बिजनेस प्लान का मतलब है कि ग्राहक मुद्रा लोन की धनराशि अपने व्यापार में किस प्रकार निवेश करने वाला है। जिसमें ग्राहक मशीन खरीदने , या व्यापार से संबंधित अन्य संसाधन की खरीद का ब्योरा दे सकता है।

6. स्व घोषणा पत्र ( self declaration ) : वैसे तो यह दस्तावेज मुद्रा लोन के आवेदन पत्र का हिस्सा है। जिसमें एक पेज पर ग्राहक स्वयं घोषणा पत्र हस्ताक्षर करता है । इसमें ग्राहक लिखता है कि उसके द्वारा दी गई सभी जानकारी पूर्ण रूप से सत्य है।

और अगर ग्राहक द्वारा दी गई कोई भी जानकारी गलत निकलती है तो उसका जिम्मेदार स्वयं में यानी ग्राहक होगा। और बैंक द्वारा की जाने वाली कानूनी कार्रवाई के लिए वह जिम्मेदार होगा।

7. एक पासपोर्ट साइज फोटो‌ : पासपोर्ट साइज फोटो 6 माह से पुरानी नहीं होनी चाहिए।

मुद्रा लोन के लिए आवेदन कैसे करें ?

मुद्रा लोन के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए, सरकार ने इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से उपलब्ध कराया है।

ऑफलाइन प्रक्रिया :-

1. बैंक शाखा के माध्यम से : भारत सरकार प्रधानमंत्री मुद्रा योजना लगभग सभी सरकारी और निजी बैंकों में उपलब्ध है। और ग्राहक अपने किसी भी निकटतम बैंक में जाकर मुद्रा लोन के लिए आवेदन कर सकता है।
2. फॉर्म और जरूरी दस्तावेज : मुद्रा लोन की पात्रता के हिसाब से मुद्रा लोन का फॉर्म ले और मे फार्म में मांगी गई सभी जानकारियों को अच्छे से भरे, और आवश्यक दस्तावेजों के साथ बैंक में जमा करें।
3. लोन प्रोसेसिंग : बैंक आपके आवेदन की जांच करेगा और उपयुक्तता के आधार पर लोन को मंजूरी देगा। ऑफलाइन प्रक्रिया थोड़ा समय ले सकती है। इसलिए धीरज रखें।

ऑनलाइन प्रक्रिया :-

1. बैंक आधिकारिक वेबसाइट : जिन बैंकों में ऑनलाइन आवेदन की सुविधा है, उस बैंक की आधिकारिक वेबसाइट से फॉर्म भर सकते हैं। फॉर्म भरते समय सभी जानकारी अच्छे से डालें, अगर आप गलत जानकारी डालते हैं तो आपका लोन अप्रूव नहीं होगा।
2. डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें : आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन करें और वेबसाइट पर लिखे गए दस्तावेज साइज के हिसाब से वेबसाइट पर अपलोड करें ।
3. लोन स्वीकृति : बैंक द्वारा आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपको लोन की स्वीकृति मिलेगी। और उसके बाद आपका लोन ग्राहक के बैंक खाते में भेज दिया जाएगा।


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