प्रसिद्ध कथावाचक पवित्र ग्रंथ भागवत कथा कहने वाली जया किशोरी को पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है ट्रोल का कारण है कथावाचक का 2 लाख का बैग जिसे सोशल मीडिया पर christian Dior कंपनी का बताया जा रहा है इस बैग की कीमत 2 लाख रुपए है सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि यह बैग लैदर का है यह लग्ज़री बैग गाय की चर्बी से बनता है जिसे लेकर जया किशोरी घूम रही है। जो पिछले कुछ दिनों से विवाद का कारण बना हुआ है।
काफी ट्रोल होने के बाद आज जया किशोरी ने चुप्पी तोड़ते हुए सफाई दी है।
जया किशोरी ने कहा कि मैं भी एक सामान्य लड़की हूं कोई साध्वी नहीं हूं ,मैं घर में अपने परिवार के साथ रहती हूं जिस बैग के बारे में ट्रोल किया जा रहा है यह बैग लैदर का नहीं है यह एक कस्टमाइज्ड बैग है जो मैंने स्पेशल अपने लिए बनवाया है, उस बैग पर मेरा नाम भी लिखा हुआ है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा ” की ना ही तो मैंने कभी कथा करने से पहले लैदर का इस्तेमाल किया है और ना ही ज़िन्दगी में लैदर का उपयोग करूंगी।
कथावाचक ने कहा मैं भी परिवार के साथ रहती हूं और आगे भी पूर्ण गृहस्थ जीवन जीना चाहूगी , मेरी कथावाचक होने का यह मतलब नहीं है कि मैं सभी चीजों का त्याग कर दूं,
जया किशोरी ने कहा मैं अपनी कथा में किसी को नहीं बोलती कि आप मोह माया का त्याग करो। आप मेहनत करो पैसा कमाओ और खुद को अच्छी जिंदगी दो अपने परिवार को आरामदायक जीवन दो ।
उन्होंने कहा आध्यात्मिकता का अर्थ है कि आप चीजे खरीद सकते हैं लेकिन चीजे आपको ना खरीद सके यह आध्यात्मिकता सिखाती है।
जया किशोरी ने अपने आलोचकों को जवाब देते हुए कहा- कि वह एक अच्छा जीवन जीने के लिए अपने परिवार और दोस्तों के साथ बहुत ज्यादा मेहनत करती है और एक अच्छा जीवन जीना चाहती है राजाओं ने भी आभूषण पहने हैं, सुख भोगा है ।
बात का सार यही है कि आप चीजों के मालिक हो सकते हैं बस चीजे आपकी मलिक ना हो।
जया किशोरी ने आगे भागवत गीता जो की एक आध्यात्मिक ग्रंथ है इसका जिक्र करते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्णा अर्जुन को गीता का उपदेश देते हैं जो आगे चलकर एक बड़ा राजा बनने वाला है, श्री कृष्ण जी ने अर्जुन को कहीं भी नहीं कहा है कि उन्हें सब छोड़कर वनवास चले जाना चाहिए या वैराग्य लेना चाहिए।