नोएल टाटा को 11 अक्टूबर को टाटा समूह की परोपकारी शाखा , टाटा ट्रस्ट का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

कौन है नोएल टाटा

नोएल टाटा एक भारतीय व्यापारी और टाटा समूह के प्रतिष्ठित परिवार के सदस्य हैं। वे रतन टाटा के सौतेले भाई हैं। नोएल टाटा का जन्म 1957 में हुआ और वे टाटा समूह से जुड़ी विभिन्न कंपनियों के बोर्ड में अपनी सेवाएं देते हैं।

नोएल टाटा की शिक्षा और व्यावसायिक पृष्ठभूमि भी मजबूत है। उन्होंने इंग्लैंड से अपनी शिक्षा प्राप्त की और टाटा समूह में 1980 के दशक से काम कर रहे हैं। वे टाटा इंटरनेशनल के चेयरमैन और ट्रेंट लिमिटेड के वाइस चेयरमैन भी हैं। नोएल टाटा को उनकी व्यावसायिक कुशलता और नेतृत्व के लिए जाना जाता है, और वे टाटा समूह के भीतर विभिन्न क्षेत्रों में योगदान दे रहे हैं।

उनकी पत्नी, एलेना टाटा, पॉलोमी मिस्त्री की बेटी हैं, जो कि भारत के प्रमुख उद्योगपति पल्लोनजी मिस्त्री की बेटी हैं।

नोएल टाटा ने टाटा समूह में अपना एक विशिष्ट स्थान बना लिया है, खासकर समूह की अंतरराष्ट्रीय शाखाओं और खुदरा क्षेत्र में अपने काम के लिए। हालांकि वे टाटा परिवार से जुड़े हैं, उनकी रणनीतिक सोच और व्यापारिक दक्षता ने उन्हें उनकी अपनी पहचान दी है। उनके करियर में कुछ नए पहलू और बदलाव भी देखने को मिले हैं, जो इस प्रकार हैं:

  1. टाटा इंटरनेशनल में नेतृत्व : नोएल टाटा को टाटा इंटरनेशनल में उनकी भूमिका के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। यह कंपनी टाटा समूह की वैश्विक व्यापार शाखा है, जो विभिन्न देशों में निर्यात और आयात के क्षेत्रों में सक्रिय है। नोएल टाटा ने इस कंपनी को सफलतापूर्वक संचालित करते हुए समूह के अंतरराष्ट्रीय विस्तार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
  2. ट्रेंट लिमिटेड का विस्तार : नोएल टाटा की अगुवाई में ट्रेंट लिमिटेड ने भारत में खुदरा बाजार में एक मजबूत स्थिति बनाई है। वेस्टसाइड और ज़ारा इंडिया जैसे ब्रांड्स के साथ, ट्रेंट ने भारतीय उपभोक्ताओं की बदलती मांगों को ध्यान में रखते हुए अपने व्यापार का विस्तार किया है। हाल के वर्षों में ट्रेंट ने विभिन्न नए शहरों में अपने स्टोर खोले हैं, जिससे कंपनी की प्रगति और प्रतिस्पर्धी स्थिति मजबूत हुई है।

3.भावी नेतृत्व के कयास‌: रतन टाटा के बाद टाटा समूह में नेतृत्व को लेकर चर्चा रही है। हालाँकि नोएल टाटा ने हमेशा खुद को शांत और परे रखा है, उन्हें एक संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता रहा है। समूह में उनकी दीर्घकालिक सेवा और महत्वपूर्ण निर्णय लेने की क्षमता ने उन्हें इस भूमिका के लिए योग्य माना है। हालांकि, टाटा संस के चेयरमैन पद के लिए अंततः नटराजन चंद्रशेखरन को चुना गया, लेकिन नोएल की भूमिका अभी भी महत्वपूर्ण बनी हुई है।

4.विस्तारित पारिवारिक और व्यावसायिक संबंध : नोएल टाटा की शादी एलेना मिस्त्री से हुई है, जो कि पल्लोनजी मिस्त्री की बेटी हैं। पल्लोनजी मिस्त्री, जो पहले टाटा संस में सबसे बड़े व्यक्तिगत शेयरधारक थे, का परिवार टाटा समूह में एक अहम भूमिका निभाता रहा है। इस पारिवारिक गठजोड़ ने नोएल टाटा की भूमिका को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया है, क्योंकि इससे टाटा समूह और मिस्त्री परिवार के बीच व्यापारिक और पारिवारिक संबंध मजबूत हुए हैं। हालांकि, 2012 में साइरस मिस्त्री को टाटा समूह के चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद टाटा और मिस्त्री परिवारों के बीच कुछ विवाद भी उभरे थे।

5.‌ दूसरे बिजनेस वेंचर्स में रूचि : नोएल टाटा के नेतृत्व में कई नए वेंचर्स और निवेश किए गए हैं। वे सिर्फ परंपरागत व्यापार में नहीं रुके हैं, बल्कि नई तकनीक और उभरते बाजारों में निवेश करने के अवसरों को भी भुनाया है। उनके शांत और मापा हुआ दृष्टिकोण ने उन्हें सफल व्यावसायिक निर्णय लेने में मदद की है।

नोएल टाटा अपने परिवार की विरासत के हिस्से के रूप में व्यापार जगत में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं, लेकिन उनकी उपलब्धियों और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें अपनी एक अलग पहचान दी है। उनका भविष्य टाटा समूह के भीतर और बाहर दोनों ही स्तरों पर महत्वपूर्ण बना हुआ है, और उन्हें एक स्थिर, रणनीतिक और प्रभावी नेता के रूप में देखा जाता है।

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