डॉक्टर से छुटकारा हर कोई पाना चाहता है। आज के समय में ऐसी ऐसी बीमारियां पनप रही है जिनका आज से एक दशक पहले कोई नामोनिशान नहीं था।
आज के समय में क्या बूढ़ा क्या जवान सभी को बीमारियों ने जकड़ रखा है । आज के इस समय में ज्यादातर लोग अस्वस्थ हैं। क्या आप इन सब के पीछे की वजह जानते हैं ? इस लेख को पढ़ने के बाद अगर आपने हमारे द्वारा बताई जाने वाली जानकारी को अपने जीवन में उतार लिया तो आपको डॉक्टर की जरूरत नहीं पड़ेगी। और आप लंबा और स्वस्थ जीवन जिएंगे।
आयुर्वेद कहता है की बीमारी की जड़ आदमी खुद है वह जीवन में अपनी आदतों की वजह से ऐसी गलतियां करता है जिसके कारण उन्हें तरह-तरह की बीमारियां जकड लेती है। हमारे ऋषि मुनि हमेशा स्वस्थ रहते थे। उसके पीछे बड़ा कारण है , आयुर्वेद में कहा गया है ”अगर आपका पेट स्वस्थ- तो पूरा शरीर स्वस्थ,, अगर हमारा पेट सही रहेगा और हमारा पाचन तंत्र अच्छा काम करेगा तो हमें ये तरह-तरह की बीमारियां नहीं छू पायेंगी।
पेट का अच्छी तरह काम करना न सिर्फ हमें गंभीर बीमारीयों से बचाता है बल्कि हमें ताजगी और ऊर्जा से भरपूर रखता है, पेट की समस्याओं जैसे गैस, एसिडिटी, कब्ज और कमजोर पाचन क्रिया का सामना आजकल अधिकांश लोग कर रहे हैं, इन बीमारियों का मुख्य कारण हमारी खराब जीवनशैली और गलत खानपान ही है ।
अगर हम कुछ आसान और सही आदतों को अपनाएं, तो न केवल पाचन क्रिया में सुधार आएगा बल्कि डॉक्टर के पास जाने की जरूरत भी कम हो जाएगी। हमें अपनी दिनचर्या में कुछ गलत आदतों को सुधारने की जरूरत है , जिनसे पेट से संबंधित सभी समस्याएं समाप्त हो जाएगी और आपके शरीर के सभी अंग अच्छे स्वास्थ्य के साथ काम करेंगे। और आपके होने वाली बीमारियां छूमंतर हो जाएगी
1– भोजन को अच्छे से चबाकर खाएं :
आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में लोग जल्दी-जल्दी खाना खाने के आदी हो गए हैं, क्योंकि उनकी भाग दौड़ सुबह से शाम तक खत्म नहीं होती जो कि पेट में गैस, कब्ज और अपच की समस्या को जन्म देता है। भोजन को हमेशा धीरे-धीरे आनंद से चबाकर खाएं, भोजन के समय मन को शांत रखें और अपना ध्यान सिर्फ भोजन पर केंद्रित करें ताकि पाचन एंजाइम सक्रिय हो सकें और भोजन को अच्छी तरह से पचाया जा सके।
इससे पेट पर दबाव कम पड़ता है और आप पेट की अनेक समस्याओं से बच सकते हैं। अगर आपका पेट सही है तो आपका पूरा शरीर चाहिए क्योंकि हम जो कहते हैं वही वहीं से हमारे पूरे शरीर को ऊर्जा मिलती है जिससे वह सुचारू रूप से कार्य कर सकें। अगर हमारा पेट सही नहीं है पाचन क्रिया कमजोर है तो तरह-तरह की बीमारियां जन्म लेने लगेंगीं।
2- खाने के तुरंत बाद पानी न पिएं :
ज्यादातर लोग खाने के साथ कई गिलास पानी पी जाते हैं । ऐसा करने से हमारी पाचन क्रिया डिस्टर्ब होती है भोजन के तुरंत बाद पानी पीने से पेट में बनने वाले एंजाइम पतले हो जाते हैं, जिससे खाना ठीक नहीं पच पाता। भोजन करने के कम से कम 30 मिनट बाद ही पानी पिएं। खाना खाते समय पानी पीने की बिल्कुल मना नहीं है, आप थोड़ा पानी पी सकते हैं, लगभग आधा गिलास तक, पूरे दिन में लगभग 8 से 10 गिलास पानी पीना सेहत के लिए अच्छा होता है। लेकिन यह पानी पीने का आंकड़ा सभी के लिए अलग-अलग हो सकते हैं।
3- प्रोसेस्ड और जंक फूड से दूरी बनाएं :
प्रोसेस्ड फूड्स में हानिकारक रसायन, अधिक मात्रा में शुगर और तेल होते हैं, जो हमारे पेट को नुकसान पहुंचाते हैं। और इसी वजह से शरीर में डायबिटीज फैटी लीवर, कोलेस्ट्रॉल, और भी अन्य प्रकार की बीमारी जन्म लेती हैं।
जितना हो सके प्राकृतिक और ताजा खाना खाएं , जैसे कि फल, सब्जियां और घर पर बना खाना जो ज्यादा तला भुना ना हो, खाने में हरी सब्जियां, छाछ दही, दूध आदि शामिल करें, यह पेट की सेहत के साथ-साथ हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है और पाचन शक्ति को बेहतर बनाता है जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
4- फाइबर युक्त आहार लें, पाचन तंत्र से प्यार करें :
फाइबर से भरपूर आहार पाचन क्रिया को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है। साबुत अनाज, बीन्स, हरी पत्तेदार सब्जियां और फल को अपनी डाइट में शामिल करें। उन आहार को अपने खाने में शामिल करें जिनमें फाइबर की मात्रा अधिक हो , फाइबर कब्ज की समस्या को दूर करता है , जिससे आंतों की सफाई रहती है और हमारा पूरा शरीर अच्छे से काम करता है। पेट सफा तो हर रोग दफा!
5- रोजाना व्यायाम करें :
करें योग रहे निरोग रोजाना लगभग 30 मिनट व्यायाम करें, आप जिम भी जा सकते हैं, इससे पाचन तंत्र मजबूत होता है। और खाने के बाद टहलना ना भूले, खाना खाने के बाद टहलने से हमारा पाचन तंत्र अच्छे से खाने को डाइजेस्ट कर पता है। शारीरिक गतिविधियों से एसिडिटी, कब्ज और गैस जैसी समस्याओं से राहत मिलती है और पेट हल्का महसूस होता है। जो एक अच्छा स्वास्थ्य देने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
6- तनाव मुक्त रहें, मानसिक शांति बनाए रखें :
तनाव ( Tension) का सीधा असर हमारे पाचन तंत्र पर पड़ता है। अधिक तनाव, डिप्रेशन के कारण पेट में ऐंठन और एसिडिटी हो सकती है। ध्यान (मेडिटेशन), योग, और गहरी सांस लेने की आदतें मानसिक शांति प्रदान करती हैं और पाचन को बेहतर बनाने के साथ-साथ मजबूत करती हैं। जो हमारे शरीर को रोगों से बचाता है।
7- नींद पूरी मतलब बीमारी से दूरी :
आज के डिजिटल समय में लोग अपनी पूरी नींद नहीं ले पाते इसका सबसे बड़ा कारण है आपका मोबाइल। आप 2 मिनट के मनोरंजन के लिए मोबाइल में रील देखना सुरु करते हो और कब 2 घंटे बिता देते हैं आपको समय का पता ही नहीं लगता और आपका कीमती आराम का समय कब कम हो जाता है आपको पता ही नहीं लगता। नींद की कमी पाचन प्रक्रिया को गहरी हानि पहुंचती है । अनियमित नींद का समय एसिडिटी और अपच का कारण बन सकता है।
रोजाना कम से कम 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद लें, जिससे शरीर को सही तरह से आराम मिलेगा और आपका पाचन तंत्र खाने को अच्छे से बचा पाएगा और शरीर के अन्य हिस्सों में पहुंचा पाएगा। शरीर के लिए नींद बहुत ज्यादा जरूरी है। जो हमें एनर्जी देती है, और नींद पूरी होने के बाद हमारा शरीर पूरी तरह से स्वस्थ और ऊर्जा से भरा रहता है। जो स्वागत करता है एक नए दिन का।
8- मसालेदार भोजन को कहें अलविदा :
आज के लोगों और युवाओं को मसालेदार और चटपटा खाना बहुत ज्यादा पसंद है लेकिन वह शायद ही जानते हो कि यह खाना हमारी पाचन क्रिया के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक है, हमारे शरीर को जरूरत है एक सादे भोजन की जो सभी पोषक तत्वों से भरपूर हो और हमारे शरीर के अनुकूल हो।
ज्यादा तीखा और मसालेदार खाना पेट की पाचन क्रिया में अवरोध उत्पन्न करता है और एसिडिटी, कब्ज जैसी समस्या को बढ़ाता है । अधिक मिर्च-मसाले से पेट में जलन हो सकती है। मसालेदार भोजन को सीमित मात्रा में ही खाएं और कोशिश करें कि खाने में तेज मसाले और तला-भुना कम ही लें, जिससे पाचन तंत्र पर अनावश्यक दबाव न पड़े।
आखिर में कुछ…. हमारा पेट ही है जो पूरे के स्वस्थ और अस्वस्थ होने का जिम्मेदार होता है। अगर आप अपने पेट का ख्याल रखेंगे तो आपका पेट आपके पूरे शरीर का ख्याल रखेगा और आपको कभी डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। क्योंकि पेट ही शरीर के सभी अंगों को जरूरी पोषण देता है और जब हमारा पाचन तंत्र अच्छे से कार्य नहीं करेगा तो पोषक तत्वों की कमी हो जाएगी जो हमारे शरीर को नहीं मिलेंगे और फिर शुरू होगा बीमारियों के जन्म का सिलसिला।
पेट की समस्याओं से बचने के लिए हमें अपनी जीवनशैली और खाने-पीने की आदतों पर ध्यान देना चाहिए। छोटी-छोटी गलतियों को सुधारकर और इन सरल उपायों को अपनाकर हम पेट को स्वस्थ रख सकते हैं और डॉक्टर के पास जाने की जरूरत को कम कर सकते हैं। याद रखें, पेट की अच्छी सेहत से ही शरीर और मन स्वस्थ रहते हैं।