ज्यादा जरूरी पैसा है या फिर ज्ञान
एक मिडिल क्लास आदमी रोजाना धक्के खा रहा था।
वह कुछ साल पहले मेक्सिको से वहां आया था सोचकर कि कुछ कमाल करेगा लेकिन वहां से उसे सिर्फ मुश्किलें मिली।
धीरे-धीरे उसका सब्र खत्म हो रहा था किसी ने उसे ड्रग्स के धंधे में आने को कहा जिससे उसे महीना में लाखों मिल सकते थे।
लेकिन आदमी के पास ही पास ईमानदारी थी वह गलत रास्ते पर नहीं गया।
अब किस्मत कहो या आपका इस आदमी ने लॉटरी में एक मिलियन डॉलर जीत लिए।
कल का एक मामूली आदमी आज सुर्खियों में आ गया फिर जानते हो क्या हुआ 4 साल बाद ही आदमी फिर से धक्के खा रहा था।
कैसे 500 करोड रुपए जीतकर भी ऐसा कैसे हुआ।
ज्ञान।
उसके पास कोई ज्ञान नहीं था वह एक मासूम था जिसे कुछ पता नहीं था कि इतने पैसे के साथ क्या कर सकते हैं आधा उसने उदय शराब और वैश्य पर यह वही आदमी है जो वृक्ष के धंधे में नहीं जाना चाहता था बाकी आधा उदय औरों के कहने पर किसी भी फालतू जगह निवेश करके ना उसने अच्छी महिला से शादी की ना बैंक से इंटरेस्ट कमाए।
ज्ञान हो और पैसा नहीं तो घर नहीं चलेगा पैसा हो और ज्ञान नहीं तो घर नहीं बसेगा।
मुझे आप सबसे उम्मीद है कि आप इस उदाहरण को अच्छे से समझ गए होंगे।
धन्यवाद