वर्ल्ड कप में फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को छह विकेट से हराया भारतीय टीम से मिले 241 रन के लक्ष्य को कंगारु टीम ने 43 ओवर में चार विकेट खोकर हासिल किया। ट्रेविस हेड ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 137 रन की यादगार पारी खेली और ऑस्ट्रेलिया ने वनडे विश्व कप के खिताब को छठी बार अपने नाम किया।
इन पांच गलतियों के कारण भारतीय टीम इंडिया वर्ल्ड कप नहीं जीत पाई।
1 मिडिल ऑर्डर हुआ फ्लॉप।
रोहित शर्मा और विराट कोहली की पवेलियन लौटने के बाद भारतीय टीम का मध्यक्रम फाइनल में बुरी तरह से लड़खड़ा गया था। केएल राहुल एक छोर संभालकर तो खड़े रहे लेकिन उनको किसी भी बल्लेबाज का साथ नहीं मिल सका और जडेजा भी मात्र नौ रन बनाकर चलते बनी श्रेयस अय्यर महज चार रन बनाकर आउट हुए सूर्य कुमार यादव ने भी खिताबी मुकाबले में बल्ले से खास कुछ नहीं किया।
2 वर्ल्ड कप के फाइनल में नहीं मिली अच्छी शुरुआत।
वर्ल्ड कप 2023 में टीम इंडिया को हर मुकाबले में रोहित शर्मा और शुभमन गिल की सलामी जोड़ी ने दमदार शुरुआत की थी फाइनल मैच में रोहित और गिल की जोड़ी यह कमाल नहीं कर सकी।
3 नहीं चले भारतीय स्पिनर्स
बीच के ओवर्स में भारत के स्पिनर्स का जलवा रहा था। कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा की जोड़ी से कप्तान रोहित शर्मा को एक बार फिर ऐसे ही जोरदार प्रदर्शन की उम्मीद थी। कंगारू टीम के खिताबी मुकाबले में न तो कुलदीप का जादू चला और ना ही जडेजा अपनी घूमती गेंदों का कमाल दिखा पाए।
4 मोहम्मद शमी का नहीं चला जादू |
सेमीफ़ाइनल की तरह ही फाइनल में भी भारतीय टीम को मोहम्मद समी से काफी उम्मीदें थी, लेकिन खिताबी मुकाबले में सिमी के उम्मीदों पर खरे ना उतर सके। भारतीय तेज गेंदबाज ने अपने सात ओवर की स्पेल में संताली रन खर्च किए और उनकी झोली में सिर्फ एक ही विकेट आ पाया।
5 साझेदारी तोड़ने में नाकाम रहे गेंदबाज |
फाइनल मुकाबले में भारतीय गेंदबाज पूरी तरह से बेरंग नजर आए बुमराह और शमी ने शुरुआत में टीम को तीन सफलताई जरूर दिलाई, लेकिन इसके बाद भारतीय बॉलर्स पूरे मैच में विकेट लेने को तरसते हुए नजर आए टीम इंडिया के गेंदबाज ट्रेविस हेड और मार्नस लाबुशेन के बीच हुई 191 रन की साझेदारी को तोड़ने में नाकाम रहे। जिसके चलते ।खिताबी मैच भी टीम इंडिया को हारना पड़ा।