बीमा एक ऐसा शब्द है जिसे लगभग सभी व्यक्तियों ने अपने जीवन में एक बार जरूर सुना होगा अक्सर ही लोग इसके बारे में बात करते रहते हैं और अपने अनुभव के आधार पर बेहतर स्वस्थ बीमा की सलाह देते हैं किसी व्यक्ति या उसके परिवार की सुरक्षा के लिए स्वस्थ दिमाग एक सही निवेश है हमारे देश में अभी भी बहुत ही कम लोग हैं जिनका हेल्थ इंश्योरेंस है और यदि है तो वह अंडर कवर है इसका मतलब उनके पास पर्याप्त कवरेज नहीं है आज के समय में प्रदूषण में हो रही लगातार वृद्धि तनावपूर्ण जीवनशैली अधिकतम और अस्वस्थ भोजन के चलते कई गंभीर बीमारियां होने का खतरा बना रहता है
इन बीमारियों का इलाज भी काफी महंगा होता है और अगर कहीं आप हॉस्पिटल में भर्ती हो जाते हैं तो मेडिकल खर्च आपकी सेविंग को खत्म कर देता है ऐसे में अगर आप स्वस्थ बीमा के महत्व को समझ जाए तो सही स्वस्थ बीमा को चुनकर खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं
- स्वास्थ्य बीमा क्या है?
स्वास्थ्य बीमा एक तरह का अनुबंध होता है जो बीमा धारक और स्वास्थ्य बीमा कंपनी के माध्यम किया जाता है जितनी भी व्यक्ति द्वारा नियमित अंतराल में प्रीमियम नामक एक राशि को नियमित अंतराल में बीमा कंपनी के पास जमा करना होता है इसके बदले में बीमा कंपनी बीमा धारक को वित्तीय स्वस्थय देखभाल पेश करने की गारंटी देती है प्रीमियम का निर्धारण कई कारक जैसे लिंग आयु मौजूदा बीमारी और जीवन शैली के आधार पर किया जाता है स्वास्थ्य बीमा होने पर बीमा कंपनी आपके व आपके परिवार के सदस्य के चिकित्सा खर्च का भुगतान करती है इसके तहत आपके उपचार सर्जरी अस्पताल भर्ती अंग प्रत्यारोपण से संबंधित खर्चों का भुगतान बीमा कंपनी करती है स्वास्थ्य बीमा को आप अपने माता पिता पति पत्नियां बच्चों सहित परिवार के सभी सदस्यों के लिए ले सकते हैं।
- स्वास्थ्य बीमा और चिकित्सा बीमा में अंतर
अधिकतर लोग इन स्वस्थ बीमा और चिकित्सा बीमा में भ्रमित हो जाते हैं कभी-कभी हम लोग इसे एक ही समझ लेते हैं किंतु स्वास्थ्य बीमा और चिकित्सा बीमा दोनों ही अलग-अलग चीजें हैं इन दोनों में सिर्फ एक समानता है,कि बीमा धारक को जरूरत के समय वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है स्वस्थ बीमा स्वस्थ संबंधित स्थितियों में कवरेज प्रदान करता है वहीं चिकित्सा बीमा आपात स्थितियों में विशिष्ट स्वस्थ के लिए सीमित एवं पूर्व निर्धारित कवरेज की सुविधा देता है चिकित्सा बीमा तुलनात्मक रूप में सस्ता होता है तथा बीमा राशि भी रुपये में सिमित होता है आपात स्थितियों के लिए 5 लाख रुपये का छोटा स्वस्थ बीमा ठीक है।इसमें ऐड़ ऑन कवर और राइडर को भी जोड़ सकते हैं।
- स्वास्थ्य बीमा क्यों लेना चाहिए
निकटतम नहीं होने वाले अधिक खर्च से लोगों को आर्थिक कठिनाइयों से झूझना पड़ता है इसलिए अगर आप स्वास्थ्य बीमा करवाते हैं तो ऐसे समय में आप अपने अपने परिवार के लिए स्वास्थ्य बीमा कवर प्राप्त कर सकते हैं यहां पर आप को स्वस्थ बीमा लेने से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण कारण बताए जा रहे हैं
- भारत के इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80 डी के अंतर्गत आप टैक्स लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
- स्वस्थ बीमा होने से आप अस्पताल में भर्ती व चिकित्सा खर्च को बिना अपनी बचत खत्म किए पूरा कर सकते हैं।
- कोविड-19 जैसी महामारी और गंभीर बीमारियों के लिए बीमा कवरेज।
- तत्काल अस्पताल में भर्ती बिना जेब से कुछ खर्च किए।
- आप अपने परिवार के सभी सदस्यों के लिए भी कवरेज ले सकते हैं।
- वार्षिक चेक उप के माध्यम से आप अपने स्वास्थ्य की स्थिति जान सकते हैं।
- हेल्थ इंश्योरेंस के लाभ
स्वास्थ्य और चिकित्सा का पाठ और अप्रत्याशित चीजें हैं।
कोई भी व्यक्ति बीमार पड़ने को प्लान नहीं कर सकता है इसलिए उचित स्वास्थ्य बीमा काफी मददगार होता है यहां पर आपको उचित स्वस्थ बीमा के कुछ लाभ बताए जा रहे है।
हेल्थ इंश्योरेंस बीमा एक तरह से आपको और आपके परिवार को सुरक्षा प्रदान करता है। बीमा कंपनियों के पास विभिन्न प्रकार के हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी और प्लान होते हैं जिस में से आप अपनी इच्छा के अनुसार स्वयं के लिए या फिर पूरे परिवार के लिए फैमिली फ्लोटर कवर प्राप्त कर सकते हैं एक उचित विशेषण के साथ आप यह तय कर सकते हैं कि किस योजना को चुन रहे हैं और आपको समग्र कवरेज क्या प्राप्त होगा॥
हेल्थ इंश्योरेंस करवाने वाले व्यक्ति को तनाव मुक्त होने में सहायता मिलती है जब आपके पास एक स्वस्थ बीमा होगा तो अचानक से आए आपतकाल चिकित्सा आपको इतना तनाव नहीं दे पाएगी क्योंकि पहले से ही आपका बीमा आपको कवर कर रहा होता है इस तरह से बीमा धारक मेडिकल के बिलो पर केंद्रित ना होकर अपनी स्वस्थ पर केंद्रित कर जल्दी बेहतर होने पर ध्यान दे सकता है।
क्योंकि आपने बीमा कराया हुआ है और आपका नियमित अंतराल में एक प्रीमियम कट रहा है इसलिए दुर्भाग्यपूर्ण से हुई चिकित्सक आपतकाल में आप अपनी जेब से पैसे नहीं खत्म करने पड़ेंगे इससे आपके बचत पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा
इनकम टैक्स एक्ट 1961 की धारा 80 डी के अंतर्गत भारत सरकार हेल्थ इंश्योरेंस की खरीद को बढ़ावा देने के लिए आपको कर लाभ प्रदान करती है बीमा धारक द्वारा जमा की गई प्रीमियम पर कर कटौती की जाती है।
अगर आप 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं तो आप अपनी किसी भी आयु पर बिना किसी रोक-टोक के पॉलिसी खरीद सकते हैं।
पॉलिसी लेते समय आप कई तरह की छूट भी प्राप्त कर सकते हैं जो आपकी प्रीमियम दर के बोझ कम करने में सहायक होगा।
IRDAI ( Insurance Regulatory and Development Authority of india) के तहत सभी बीमा कंपनियां जीवन भर बीमा धारक को नवीनीकरण का लाभ प्रदान करेगी बीमा धारा की सीबीआई उसे मम्मी बिना किसी परीक्षार्थी बंद के अपनी हेल्थ इंश्योरेंस में नवीनीकरण करने का अधिकार रखता है।
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