सफलता का पहला मंत्र क्या है।
हमेशा खुश रहे दूसरों को भी खुश रखें।
यह सूत्र जितना नैतिक व मानवी मूल्य रखता है उतना ही वैज्ञानिक मूल्य भी रखता है मनोवैज्ञानिक के अनुसार हम अपना श्रेष्ठ तभी दे सकते हैं या अपनी क्षमताओं का अधिकतम उपयोग तभी कर सकते हैं जब हम स्वतंत्र पूर्ण तनाव रहित वातावरण में काम कर रहे हो जिस प्रकार जहां प्रकाश हो वहां अंधेरा नहीं हो सकता उसी प्रकार जहां खुशी हो प्रशंसा हो वहां तनाव नहीं हो सकता।
कार्यों को पूर्ण लगन और उत्साह से करें।
सफलता के मार्ग पर व्यक्ति की गाड़ी तभी तक चलती है जब तक इसमें लग्न में एवं उत्सव का ईंधन होता है लग्न एवं उत्साह उत्पन्न होती है समर्पण में चाहत से सफलता का पहला सूत्र है की सफलता की ऐसी चाहता होनी चाहिए जैसे जीवन के लिए प्राणवायु की। सफलता कि रहस्य अध्याय की दृढ़ता में है।
समय के पाबंद रहे।
समय का महत्व कहानी मुहावरे दुनिया की लगभग भाषा में मिल जाएंगे यह सत्य सभी मानेंगे कि समय अपनी चाल से चलता है तेज समय उनके लिए अच्छा चलता है प्रतीत होता है जो समय के साथ अच्छे चलते हैं और उनके लिए खराब चलता है जो समय से पीछे चलते हैं या तेज भागने की कोशिश करते हैं जब तक समय प्रबंधन नहीं होता तब तक समय हमारे नियंत्रण के बाहर चलता रहेगा अतः तरीके सूत्रता या काम का आजकल पर टालमटोल नहीं होनी चाहिए।
सकारात्मक दृष्टिकोण रखें।
अंधेरे में रास्ता दिखाने हेतु एक दीपक पर्याप्त होता है आशावाद के जहाज पर चढ़कर हम मुसीबत एवं समस्याओं के तूफानों से असफलताओं के महासागरों को भी पार कर सकते हैं।
अपनी क्षमताओं और कमजोरी को पहचाने।
हर व्यक्ति में कुछ ना कुछ कमजोरी होती है शतरंज के खली की तरह हमें हर कदम सोच समझकर अपनी ताकत एवं सीमाओं का आकलन करते हुए उठना चाहिए।
हां सावधानी शतरंज की खेल से भी अधिक रखनी चाहिए क्योंकि जीवन कोई खेल नहीं है।
अपनी हर की संभावना समाप्त कर दे।
जीत या सफलता सुनिश्चित करने का तरीका है हार की संभावना समाप्त कर देना। सफलता की तैयारी का महत्वपूर्ण भाग है उन कारकों को पहचान कर मूल से समाप्त कर देना जिसे असफलता आ सकती है यह भी कारक है जो आप की तैयारी को कमजोर करते हैं। यह भी कारक है जो लक्ष्य से आपका ध्यान विचलित कर सकते हैं यह भी कारक है जिनका आपका प्रतिदिन लाभ उठा सकता है। पराजय से बचाना विजय ही को निमंत्रण है।
इसी तरह का सफलता की संभावना से रही तैयारी ही सफलता की गारंटी है।
यह सूत्र चमत्कारिक सफलता दे सकते हैं पर मात्र सूत्र पढ़ने से चमत्कार नहीं हो सकता प्रयास और अभ्यास से ही सफलता मिलती है।