वकील अपराधी के पक्ष में क्यों खड़े हो जाते हैं और क्यों अपराधी को बचाने का प्रयतन करते हैं।
दो तरह के वकील होते हैं।
नंबर एक , श्री स्वर्गीय श्री राम जेठमलानी जी कानून के हरदाव पेज के जानकार जब यह कोर्ट रूम में हाजिर होते थे तो जज साहब जी एक बार अपनी कुर्सी से उठ खड़े होते थे। मकसद एक ही था ऐसा और सोहरत दोनों कमाना सुने में आता है एक बार की हियरिंग के 7 लाख रुपए लेते थे। क्योंकि कानून की बारीक से परख थी।
तो सही को गलत और गलत को सही ठहराना इनके बाय हाथ का खेलता।
हर एक उस आदमी का केस इन्होंने लड़ा जो अपराधी और इनको मुंह मांगी रकम दे सकता था। उन्हें गुनहगार होने से बचाने की अपनी एक साक्षात्कार मैं इन्होंने साफ-साफ बोला कि जो भी मेरे पास आएगा अपनी किसके लिए मैं हर उसका केस लडूंगा क्योंकि यह मेरा काम है।
निर्भया केस में दोषियों का वकील ए पी सिंह यह जानते हुए भी कि इन्होंने इतना बड़ा गुनाह किया है और इसकी सजा केवल मौत ही है फिर भी केस को लगभग 8 साल तक खींचा मजे की बात यह है कि इस वकील ने भारतीय कानून जज और सांसद तीनों का मजाक बना के रख दिया आने वाले टाइम में इस बंदे की डिमांड बहुत है आप देख लेना कारण एक ही था इस केस में सोहरत और आने वाले समय में भर भर के मुनाफा।