बाहर लू के थपेड़े, और अंदर धकाधक सिगरेट, अगर आप भी गर्मी में स्मोकिंग करते हैं तो सावधान हो जाइए।।

बाहर लू के थपेड़े, और अंदर धकाधक सिगरेट, अगर आप भी गर्मी में स्मोकिंग करते हैं तो सावधान हो जाइए।।जो लोग सिगरेट पीते हैं उनको हीट वेव और गर्मी के मौसम से खतरा है। यह बोलते ही ऐसा लगता है कि मानो बाकी सारे मौसमों में सिगरेट भी जायज है। सर्दी बरसात के मौसम में सिगरेट पीने से कोई नुकसान नहीं होता है। आगे बढ़ने से पहले स्पष्ट कर देना जरूरी है कि सिगरेट स्मोकिंग साल के 365 दिन खतरनाक है। और इससे कई गंभीर बीमारियों का रिस्क बढ़ जाता है।।
Spread the love

जो लोग सिगरेट पीते हैं उनको हीट वेव और गर्मी के मौसम से खतरा है। यह बोलते ही ऐसा लगता है कि मानो बाकी सारे मौसमों में सिगरेट भी जायज है। सर्दी बरसात के मौसम में सिगरेट पीने से कोई नुकसान नहीं होता है।

आगे बढ़ने से पहले स्पष्ट कर देना जरूरी है कि सिगरेट स्मोकिंग साल के 365 दिन खतरनाक है। और इससे कई गंभीर बीमारियों का रिस्क बढ़ जाता है।।

लेकिन खासतौर पर जब प्राकृतिक आग के गोले बरसा रही हो, पारा 40 के पार पहुंच गया हो। गर्म लू के थपेड़े चल रहे हो तो सिगरेट पीने से होने वाला हर नुकसान कई गुना बढ़ जाते हैं।

यूं तो स्मोकिंग हमेशा ही खतरनाक है। लेकिन यह गर्मियों के मौसम में ज्यादा डेंजरस हो जाता है।

गर्मियों मे आमतौर पर लोग लू और धूप से बचने के लिए एक कूलर एसी के अंदर रहते हैं या बंद एसी ऑफिस में काम करते हैं। एसी वॉलेट बंद कमरे और बाहर के तापमान में 15 से 20 डिग्री का फर्क हो सकता है। एसी रूम का टेंप्रेचर 22 डिग्री है और बाहर का टेंपरेचर 40 से 45 डिग्री है। ऐसे में जब एक स्मोकर बार-बार ठंडे कमरे से उठकर बाहर गर्मी में सिगरेट पीने के लिए जाता है तो शरीर को शाक‌ लगता है।

हार्मोन बॉडी इतनी जल्दी तापमान बदलने के साथ ऐडजस्ट नहीं कर पाती बार-बार ठंडा गर्म होने के कारण हमारे शरीर को सामान्य बॉडी टेंप्रेचर मेंटेन रखने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।

गर्मी में शरीर वैसे भी सामान्य से ज्यादा श्रम कर रहा होता है। ज्यादा पसीना निकलता है बल्ड सरकुलेशन तेज करता है सिर्फ इसलिए की एक नॉर्मल बॉडी टेंप्रेचर मेंटेन रहे।

बार-बार ठंडा गर्म होने से शरीर पर दबाव पड़ता है। और बीमार चांसेज बढ़ जाते हैं। और इससे खतरा भी हो सकता है।

इससे बचने के लिए क्या घर के अंदर स्मोक करना सुरक्षित है।

घर के भीतर स्मोकिंग और भी ज्यादा खतरनाक है। लू और सूरज की रोशनी से बचाव के लिए घर के सारे खिड़की दरवाजे बंद रहते हैं। इससे सिगरेट के मम्मी को बाहर निकालने की जगह नहीं मिलती और घर के अंदर की सर्कुलेट होता रहता है।

गर्मीयों में बंद एसी कमरे के अंदर सिगरेट पीने से धूंआ कमरे में ही मौजूद रहता है। और स्मोकर के साथ-साथ पैसिव स्मोकर के लंग्स में भी बना रहता है। कमरे में ज्यादा धूंआ भर जाए तो सांस लेने में परेशानी हो सकती है। क्योंकि गर्मी में तापमान ज्यादा होता है एसएमएस सिगरेट पीने से बॉडी टेंपरेचर ज्यादा रेंज हो सकता है। बैंड स्पेशलिस्ट स्मोकिंग करने से बच्चों और घरेलू पेट्स के फेफड़े को नुकसान पहुंचता है।

अगर कोई वर्कर हिट वेब में ज्यादा समय बाहर बिता रहा है। तो उसे यह सावधानियां बरतनी चाहिए।।

घर से बाहर तेज धूप में लू के थपेड़ो के बीच है। तो सिगरेट पीना अवॉइड करना चाहिए। गर्मी में वैसे ही बॉडी टेंप्रेचर बड़ा होता है। और स्मोक करने से और ज्यादा बढ़ जाता है।

सावधानियां

बिना सर ढके घर से बाहर न निकले।

आंखों पर अच्छे सनग्लासेस जरूर लगाए।
यूवी प्रोटेक्शन वाले सनस्क्रीन लोशन का इस्तेमाल करें।

लगातार पानी छाछ नारियल पानी वगैरह पीते रहे।

और कभी भी खाली पेट घर से बाहर न निकले।

Arti Sathe Controversy Bjp to Judge

Arti Sathe Controversy: BJP प्रवक्ता बनी बॉम्बे हाई कोर्ट की जज !

Spread the love

Spread the loveArti Sathe Controversy- हाल ही में महाराष्ट्र भाजपा की पूर्व प्रवक्ता आरती साठे को बॉम्बे हाईकोर्ट का जज नियुक्त किया गया। उनकी नियुक्ति

Read More »
Success Story

Success Story – JPSC रिजल्ट आया तो मिठाई के नहीं थें पैसै,मां ने चीनी बांटकर मनाया जश्न

Spread the love

Spread the loveSuccess Story – झारखंड के सुदूर गांव से निकली एक होनहार बेटी ने यह साबित कर दिया कि अगर इरादे मजबूत हों, तो

Read More »

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *