नीम का पेड़ जिसे “सर्व रोग निवारिणी” के नाम से भी जाना जाता है, नीम का पेड़ औषधिय गुणों से भरपूर है। नीम के फायदे बताना मानो आसमान में तारे गिनने के समान है। इसके पत्तों, छाल, फल, बीज, और तेल में भरपूर औषधीय गुण होते हैं। आयुर्वेद में नीम का उपयोग हजारों वर्षों से हो रहा है। इसी वजह से इस धरती का कल्पवृक्ष भी कहा गया है, इसके औषधीय गुण और व्यापक उपयोग न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं, बल्कि कृषि, पूजा पाठ और सौंदर्य में भी उपयोगी साबित होते हैं।
1 संक्रमण घावो में उपयोग….. नीम की पत्तियों का लेप घावों पर लगाने से संक्रमण (बैक्टीरिया) फैलने से रुक जाते हैं और घाव जल्दी भरते हैं। नीम का तेल भी एंटीसेप्टिक की तरह काम करता है। नीम एंटीसेप्टिक, एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुणों से भरपूर है, जिससे यह अनेक प्रकार के संक्रमण और बीमारियों के इलाज में फायदेमंद होता है।
2 त्वचा के रोगों में उपयोग…… नीम के पत्तों का पेस्ट त्वचा की समस्याओं जैसे फोड़े फुंसी, सुजन, एक्जिमा, और दाद खाज – खुजली आदि को जड़ से खत्म कर देता है। अगर नींम की पत्तियों का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाया जाए तो चेहरे पर प्राकृतिक निखार आता है।
अगर किसी व्यक्ति को शरीर की त्वचा से संबंधित कोई भी समस्या है तो नीम की पत्तियों को उबालकर उस पानी में नहाने से चर्म रोग दूर हो जाएंगे।
3 डायबिटीज में उपयोग ……. आज डायबिटीज के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है चाहे उम्र कोई भी हो लेकिन नीम के पास डायबिटीज को जड़ से खत्म करने की शक्ति है। अगर नीम की पत्तियों को रोजाना खाया जाये तो ब्लड शुगर हमेशा कंट्रोल रहता है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए रामबाण औषधि है।
4 दांतों के लिए रामबाण …… टूथपेस्ट और टूथब्रश के बढ़ते प्रभाव के बाद आज भी गांवों में नीम के पेड़ की दातुन से दांतो की सफाई की जाती है जो हमारे दांतो को स्वस्थ रखने के लिए रामबाण औषधि है।
यह न केवल दांतों को मजबूत बनाता है बल्कि मुंह के बैक्टीरिया को भी खत्म करता है और मसूड़ों को स्वस्थ रखता है।
5 बालों के लिए अद्भुत उपयोग ……. आज के समय में बाजारों में तरह-तरह के तेल और बालों की डैंड्रफ आदि से सुरक्षा के लिए शैंपू आसानी से मिल जाएंगे। प्राचीन समय में नीम का उपयोग बालों की मजबूती और सिर में होने वाली खुजली,आदि के लिए उपयोग किया जाता रहा है। भारतीय गांवो में आज भी नीम का उपयोग प्राचीन समय की तरह ही किया जाता है।
अगर नीम के पत्तों को उबालकर सिर धोया जाए तो बालों से संबंधित ज्यादातर समस्याएं समाप्त हो जाएगी। सिर में खुजली जुएं डैंड्रफ आदि। साथ ही अगर नीम के तेल को बालों की जड़ों में लगाया जाए तो इससे बालों की जड़े मजबूत हो जाएगी और डैंड्रफ की समस्या दूर हो जाएगी ।
6 मच्छर और कीट नियंत्रण के लिए उपयोग….. नीम का तेल और पत्तियों का धुआं मच्छरों और अन्य कीटों को दूर रखने में प्रभावी है। इसे प्राकृतिक मच्छर-रोधी द्रव्य के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। नीम के पत्तों का धुआं कर देने से मच्छर और अन्य किट भाग जाते हैं।
7 बवासीर में चमत्कारी उपयोग…… बवासीर एक ऐसी समस्या है जिसे लोग किसी के साथ साझा करने में भी शर्म महसूस करते हैं । जबकि इसका इलाज समय रहते करना आवश्यक है नीम की निंबोली (नीम का फल) को सुखाकर पीसकर इसका पाउडर बनाकर उपयोग किया जाये तो बवासीर की बीमारी जड़ से खत्म हो जायेगी ।
अगर आपको पेट से संबंधित कोई समस्या अन्य समस्या है तो नीम का उपयोग लाभकारी है ।
नीम की पत्तियों को चबाने से इम्यून सिस्टम मजबूत हो जाता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है इसके नियमित सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में तेजी से वृद्धि होती है।
8 कृषि में नीम का उपयोग…… नीम का उपयोग सिर्फ मानव शरीर की बीमारी तक ही सीमित नहीं है। कृषि में भी नीम का महत्वपूर्ण स्थान है। किसानों के लिए नीम एक चमत्कारी जड़ी बूटी है इसके जैविक गुण फसलों को सुरक्षित रखते हैं और फसल की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं।
कीटनाशक दवाई नीम का तेल खेतों में कीटनाशक का काम करता है नीम के तेल का उपयोग जैविक कीटनाशक के रूप में होता है, जो केमिकल युक्त कीटनाशकों की तुलना में अधिक सुरक्षित है और पर्यावरण के अनुकूल है। यह पौधों को कीटों, कीड़ों से बचाकर पैदावार को भी बढ़ाता है।
नीम के पत्तों से प्राकृतिक खाद तैयार किया जाता है जो प्राकृतिक रूप से तैयार क्या हुआ शुद्ध खाद्य हैं यह मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है और मिट्टी की गुणवत्ता को सुधारता है। जिससे पैदावार अच्छी होती है।
9 पर्यावरण में योगदान …… हमने अब तक पढ़ा नीम के पत्तों तेल, आदि का उपयोग करने से लाभ लेकिन नीम का पेड़ पृथ्वी पर होना अपने आप में एक लाभ है।
नीम का पेड़ पर्यावरण में महत्वपूर्ण योगदान देता है। यह प्रदूषण कम करने और ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही, इसकी छाया वातावरण को ठंडा और स्वच्छ बनाए रखती है। जो पृथ्वी के जीव जंतुओं के लिए प्रकृति का एक वरदान है।
10 पूजा पाठ में उपयोग…..
शास्त्रों के अनुसार भारत में नीम का पेड़ पूजनीय है कुछ रस्मों परंपराओं में नीम के पेड़ का उपयोग किया जाता है। नीम की पत्तियों का उपयोग देवी देवताओं की पूजा करने में भी उपयोग किया जाता है।
मोतीझारा , बच्चों के जन्म के समय, और अन्य अवसरों पर नीम का पेड़ उपयोगी है । शास्त्रों के अनुसार कुछ लोग नीम की लकड़ी के यंत्र बनाकर भी पहनते हैं। और नीम की लकड़ी से बने घर के दरवाजे कुर्सी मेज़ आदि लंबे समय तक चलते हैं। नीम की लकड़ी को सर्वोत्तम माना गया है।
आखिर में कुछ……
नीम का पेड़ वास्तव में प्रकृति का अनमोल उपहार है। इसके औषधीय गुण और उपयोगिता इसे बहुमुखी बनाते हैं। स्वास्थ्य, सौंदर्य, कृषि और पर्यावरण में इसके योगदान के कारण इसे एक वरदान के रूप में देखा जा सकता है। यदि इसे नियमित रूप से हमारे जीवन में शामिल किया जाए, तो यह न केवल हमारी सेहत को बेहतर बनाएगा, बल्कि हमारे पर्यावरण और जीवनशैली में भी सकारात्मक बदलाव लाएगा।