अधिकांश समय ड्रोन तकनीक मनुष्य के लिए उपयोगी रही है लेकिन यह हानिकारक हो सकती है यदि,
अगर ड्रोन ऑपरेटर पेशावर नहीं है।
अगर ड्रोन तकनीक गलत हाथों में चली जाती है।
क्या होगा यदि ड्रोन ऑपरेटर पेशावर नहीं है।
यदि ऑपरेटर मौजूद नहीं है तो यह निम्नलिखित को जन्म दे सकता है।
आसपास के लोगों को चोट लगना।
संपत्ति को क्षति,
संपत्ति का नुकसान,
सबसे बुरी बात एक व्यक्ति की मृत्यु।
यदि कोई गैर पेशेवर ऑपरेटर किसी हवाई अड्डे के पास ड्रोन उड़ा रहा था मान लीजिए किसी ऐसे हवाई अड्डे पर जहां विमान उड़ान भरने या उतरने की गंभीर स्थिति में था।
अधिक खतरनाक चीजे।
सोचिए अगर आतंकियों की तरह नय ड्रोन तकनीक गलत हाथों में पड़ जाए तो क्या होगा।
इससे पृथ्वी पर स्थिति पैदा हो सकती है नई तकनीक के कारण 10 सेमी आकर के नैनो ड्रोन भी शॉट गन से लैस हो सकते हैं जिसका इस्तेमाल आतंकवादी कर सकते हैं इन मामलों को स्वयत हमले कहा जाता है।
कल्पना कीजिए की गोलियां इस फोटो को से लैस हजारों मानव जाति पर स्वयंता से हमला कर सकते हैं और आपदा या युद्ध का कारण बन सकते हैं।
जीपीएस सपोर्ट वाले दो साथ ही आरडीएक्स सिलेबस यहां तक की विभिन्न स्थानों पर विप पर स्वयत हमले कर सकते हैं।
ड्रोन का इस्तेमाल फेस डिटेक्शन तकनीक का इस्तेमाल कर किसी खास व्यक्ति पर हमला करने के लिए किया जा सकता है ड्रोन व्यक्ति के चेहरे को नीचे गिर सकता है या बम या तेजाब गिर सकता है।
ड्रोन द्वारा मानव का पता लगाना।
स्वयत हमले का ताजा उदाहरण ईरान पर अमृत की हमला और सऊदी तेल रिफाइनरी पर ड्रोन हमला है।
ड्रोन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल सबसे खतरनाक हो सकता है।
सेवा के पास एसीटोन है जो लड़ाकू विमान की तरह हमला कर सकते हैं अगर ऐसी तकनीक गलत हाथों में है तो यह विनाशकारी होगी।
टोन इंसानों के लिए बहुत उपयोगी होते हैं लेकिन अगर यह तकनीक गलत हाथों में चली गई तो यह बहुत बड़ी आपदा होगी।