कुछ लोग अत्यधिक मोटे होते हैं और कुछ बहुत पतले, इसका कारण कई कारकों पर निर्भर करता है, जो व्यक्ति की शारीरिक संरचना, जीवनशैली, और आनुवंशिकी से जुड़े होते हैं। यहां मुख्य कारण दिए गए हैं:
1. आनुवंशिकी (Genetics)
- मोटापा: कुछ लोगों में मोटापे की प्रवृत्ति उनके जीन में होती है। उनके शरीर में फैट स्टोर करने की क्षमता अधिक होती है, जिससे वजन जल्दी बढ़ता है।
- पतलापन: कुछ लोगों की जेनेटिक संरचना ऐसी होती है कि उनके शरीर में फैट और मसल्स कम मात्रा में बनते हैं। उनका मेटाबॉलिज्म तेज होता है, जिससे वे आसानी से वजन नहीं बढ़ा पाते।
2. मेटाबॉलिज्म (Metabolism)
- धीमा मेटाबॉलिज्म: जिन लोगों का मेटाबॉलिज्म धीमा होता है, उनके शरीर में ऊर्जा की खपत कम होती है और उन्हें कैलोरी जलाने में कठिनाई होती है। इससे वजन बढ़ता है।
- तेज मेटाबॉलिज्म: जिन लोगों का मेटाबॉलिज्म तेज होता है, वे आसानी से कैलोरी बर्न कर लेते हैं, जिससे उनका वजन कम रहता है या वे पतले होते हैं।
3. आहार और पोषण (Diet and Nutrition)
- असंतुलित आहार: ज्यादा कैलोरी वाले जंक फूड, तली-भुनी चीज़ों, और शुगर युक्त चीजों का अत्यधिक सेवन वजन बढ़ाता है। वहीं, सही पोषण की कमी और पर्याप्त कैलोरी ना लेने से व्यक्ति पतला हो सकता है।
- खाने के पैटर्न: ज्यादा खाने और नियमित रूप से खाने की आदत वजन बढ़ा सकती है। वहीं, कम खाने या भोजन छोड़ने से वजन घट सकता है।
4. शारीरिक गतिविधि (Physical Activity)
- कम गतिविधि: जो लोग शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं होते हैं, उनमें कैलोरी बर्न करने की दर कम होती है, जिससे उनका वजन बढ़ सकता है।
- अत्यधिक गतिविधि: ज्यादा शारीरिक श्रम या व्यायाम करने वाले लोग अधिक कैलोरी बर्न करते हैं, जिससे वे पतले होते हैं।
5. हॉर्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalances)
- थायरॉइड: हाइपोथायरॉइडिज्म (कम थायरॉइड गतिविधि) से शरीर में मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे वजन बढ़ता है। वहीं, हाइपरथायरॉइडिज्म (अधिक थायरॉइड गतिविधि) से मेटाबॉलिज्म तेज होता है और व्यक्ति पतला रहता है।
- कुशिंग सिंड्रोम: इसमें शरीर में कॉर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है, जिससे वजन बढ़ता है।
6. मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health)
- तनाव और चिंता: कुछ लोग तनाव या चिंता के कारण अधिक खाना खाने लगते हैं, जिससे उनका वजन बढ़ सकता है। वहीं, कुछ लोग तनाव में भूख कम महसूस करते हैं, जिससे उनका वजन घट सकता है।
- डिप्रेशन: अवसाद के कारण कुछ लोग अधिक खाना खाने लगते हैं और वजन बढ़ा लेते हैं, जबकि कुछ लोगों की भूख मर जाती है, जिससे उनका वजन कम हो जाता है।
7. दवाइयाँ (Medications)
- कुछ दवाइयाँ, जैसे स्टेरॉयड या एंटीडिप्रेसेंट, वजन बढ़ाने का कारण बन सकती हैं, जबकि कुछ दवाइयाँ वजन कम करने में सहायक होती हैं।
8. स्लीप पैटर्न (Sleep Patterns)
- नींद की कमी: पर्याप्त नींद न लेने से शरीर में हॉर्मोन असंतुलन हो सकता है, जिससे भूख बढ़ सकती है और मोटापा हो सकता है।
- अत्यधिक नींद: कभी-कभी अत्यधिक नींद या शारीरिक सुस्ती भी शरीर में कैलोरी बर्न करने की दर कम कर सकती है।
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