ज्यादातर कंपनियां बैंक इसके लिए 450 से ₹500 तक का चार्ज करती है। एक बार की अथॉरिटीकेशन प्रक्रिया के सफल होने के बाद आप सिबिल स्कोर और रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते हैं और इससे ई मेल भी भेजा जा सकता है।
अगर आपका सिबिल स्कोर प्रभावित हुआ है तो इसे सुधारने की दिशा में आप को गंभीरता से सोचना चाहिए, क्योंकि सिबिल स्कोर नहीं सुधरा तो भविष्य में आपको कर्ज लेने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अब सवाल उठता है कि बिगड़े स्कोर को कैसे सुधारें और इसे कैसे तंदुरुस्त रखा जा सकता है।आई ऐसे सही तरीके बताएंगे जिससे आप अपने सिबिल स्कोर को सुधार सकते हैं।
सिबिल स्कोर में गड़बड़ी कहाँ होती है।
आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में बैंक खाता लोन और क्रेडिट कार्ड की पूरी जानकारी होती है। अगर सिविल स्कोर में आपकी पहचान और खातों से जुड़ी जानकारियां सही है तो डी पी डी यानी क्रेडिट कार्ड के बिल या किसी लोन के भुगतान में कितने दिनों का विलंब हुआ है, इस पर गौर करें। डी पी डी बताता है कि किसी खास महीने में आपने क्रेडिट कार्ड के बकाया लोन की ईएमआई के भुगतान में कितने दिनों की देरी की है। अगर 000 से अधिक है। तो आपका सिबिल स्कोर प्रभावित होता है। इसके अलावा रिटर्न आप या सेंट्रल के नीचे लिखी जानकारी यह बताती है। कि आपने बीते दिनों कहा कहा डिफ़ॉल्ट किया है और सिबिल स्कोर के घटने की प्राथमिकता की वजह भी यही होती है।
अगर आपका सविल स्कोर गलत है तो क्या करे ।
बैंक आपके लिए लोन अकाउंट या क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जानकारियां सिविल को भेजता है। और कभी कभार रिपोर्ट की प्रक्रिया में गलतियाँ भी होती है। बैंको की इन गलतियों के कारण भी आपका क्रेडिट स्कोर घट जाता है। सिविल स्कोर में कभी कभार ऐसा देखने में आता है कि जो लोन आप ने चुका दिया है, वह भी बकाया प्रदर्शित होता है या फिर पर्याप्त अकाउंट बैलेंस दिखाता है।
डिस्प्यूट फॉर्म जरूर भरें।
ऐसे मामलों मे आप सिविल की वेबसाइट पर डिस्प्यूट रिक्वेस्ट फॉर्म भरकर अपना पक्ष रख सकते हैं। सिविल का डिस्प्यूट रिजॉल्यूशन सेल इस पर विचार करेगा और किसी विशेष लोन अकाउंट के मामले में संबंध कर्जदाता से संपर्क करेगा। सिबिल स्कोर में हुई गलती को ठीक करने में लगभग 30 दिन लगते हैं।
चोरी होने का खतरा।
कुछ गंभीर गलतियाँ भी होती है,जैसे आपने कोई लोन लिया ही नहीं और सिबिल रिपोर्ट में वह बकाया प्रदर्शित कर रहा है। यह पहचान चोरी होने का मामला हो सकता है। ऐसे मामलों पर नजर पड़ते ही सिविल को सूचित किया जाना चाहिए। सिविल भी ऐसे मामलों को तरजीही तौर पर देखता है।
यहाँ पर करनी चाहिए शिकायत।
बैंक के नोडल अफसर के पास लिखित शिकायत भी करें कि या तो बैंक गलती सुधारे या फिर उस गलत एंट्री के बारे में पूरा विवरण दें। अगर सिविल या बैंक आपके निवेदन पर 30 दिनों तक कोई रिस्पॉन्स नहीं देता है तो आप इसकी शिकायत बैंक लोकल लोकपाल से www.bankingombudsman.rbi.org.in कीजिए।
गलतियों से बचने के लिए क्या करें।
सिविल स्कोर की गलतियाँ सुधारने के बाद यह तय कर लें कि आप क्रेडिट कार्ड के बिल और लोन की ईएमआई का भुगतान समय पर करेंगे। कभी भी नए क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए काफी सोच समझकर ही आवेदन करें। इन सब की बदौलत आपका सिबिल स्कोर तंदुरुस्त रहेगा और भविष्य में लोन लेने में कोई भी कठिनाईया नहीं होगी।
जानिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कैसे करें