Piles desi treatment in hindiBawaseer {Piles} Treatment in Ayurveda
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Piles Treatment in Ayurveda –

Piles Desi Treatment in Hindi- आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और बिगड़ती जीवनशैली के चलते पाइल्स (Piles) यानी बवासीर एक आम लेकिन गंभीर बीमारी बनती जा रही है। ये समस्या पुरुषों और महिलाओं दोनों में हो सकती है, लेकिन ज्यादातर लोग शर्म की वजह से इसे समय पर गंभीरता से नहीं लेते और यह बीमारी समय के साथ-साथ गंभीर रूप ले लेती है अगर आप समय रहते कुछ सावधानियां और इसकी रोकथाम के लिए इलाज करते हैं तो बवासीर Piles से निपटा जा सकता है इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि पाइल्स क्यों होती है, इसके लक्षण, बवासीर से कैसे बचा जा सकता है और आयुर्वेद में इलाज जो पाइल्स से छुटकारा दिला सकते हैं।

पाइल्स क्या होती है? – What is Piles ?

बवासीर एक ऐसी स्थिति है जिसमें मलद्वार यानी Anus और उसके आसपास की नसें सूज जाती हैं। ये नसें मलत्याग के समय दर्द और खून बहने का कारण बनती हैं। जो परेशानी का कारण बनती है।

पाइल्स दो प्रकार की होती हैं –

Piles desi treatment in Hindi

1. आंतरिक पाइल्स यानी – Internal Piles :

ये मलद्वार के अंदर होती है जिस वजह से ग्रसित व्यक्ति को दिखाई नहीं देती है और यह आमतौर पर दर्द नहीं देती, लेकिन खून आ सकता है।

2. बाहरी पाइल्स (External Piles) :

ये मलद्वार के बाहरी हिस्से पर गांठो के रूप में होती है, जिनमें दर्द और सूजन होती है। यह ग्रसित व्यक्ति को साफ-साफ दिखाई देती है।

पाइल्स क्यों होती है ? Causes of Piles)-

सबसे महत्वपूर्ण बात कि आखिर यह समस्या लोगों को होती क्यों है पाइल्स होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं :

कुछ विशेषज्ञ डॉक्टरो का कहना है कि पाइल्स यानी बवासीर होने का सबसे बड़ा कारण पेट में गर्मी होना है । अगर किसी व्यक्ति के पेट में गर्मी होगी और समय रहते वह व्यक्ति पेट की उस गर्मी का इलाज नहीं करता है तो फिर यह पाइल्स के रूप में सामने आती है।

कब्ज (Constipation) – पाइल्स होने का सबसे बड़ा कारण पेट में कब्ज रहना है। अगर किसी व्यक्ति को लंबे समय से कब्ज है यह कब्ज बार-बार बनती है तो ज्यादा चांसेस है कि उसको पाइल्स होगी या हो चुकी है। कब्ज में मल सख्त होने के कारण पेट अच्छे से साफ नहीं होता है और मल त्याग करते समय नसों पर ज्यादा दबाव पड़ता है जिससे पाइल्स का खतरा बढ़ता है।

ज्यादा देर तक शौचालय में बैठना – मल त्याग के समय ज्यादा देर तक नहीं बैठना चाहिए इससे भी पाइल्स का खतरा बढ़ता है क्योंकि ज्यादा देर तक बैठने से नसों पर दबाव पड़ता है।

कम फाइबर युक्त भोजन – अगर कोई व्यक्ति अपने भोजन में काम फाइबर इस्तेमाल करता है तो उसे कब्ज होने के चांसेस बढ़ेंगे । यह भी पाइल्स यानी बवासीर होने का एक बड़ा कारण है।

पानी की कमी – अगर आप आप सही मात्रा में पानी नहीं पीते हैं तो कम पानी पीने का सीधा संबंध बवासीर से है।

भारी वजन उठाना या ज़ोर लगाना – अगर आप कोई ऐसा काम करते हैं जिसमें जोर लगाना पड़ता है या वजन उठाना पड़ता है तो इससे मलद्वार पर दबाव पड़ता है जिससे पाइल्स होने का खतरा हो सकता है। अगर आप खाली पेट भारी एक्सरसाइज करते हैं और वज़न उठाते हैं तो आपको ऐसा नहीं करना चाहिए।

गर्भावस्था के दौरान – महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान पाइल्स का खतरा ज्यादा रहता है।

अनुवांशिक कारण (Genetics) – पाइल्स होने के आनुवांशिक कारण भी हो सकते हैं अगर आपके परिवार में पहले किसी व्यक्ति को बवासीर हुई है तो संभावना है कि उसके परिवार के अन्य सदस्यों को भी पाइल्स जैसी समस्या से जूझना पड़े।

बिना शारीरिक गतिविधियों वाला जीवन (Sedentary lifestyle) – अगर किसी व्यक्ति का काम ऐसा है कि वह या तो ज्यादा समय तक बैठा रहता है या ज्यादा समय तक एक ही जगह खड़े रहता है। तो बवासीर होने की उसे ज्यादा संभावना है, और अगर कोई व्यक्ति एक्सरसाइज नहीं करता है तो यह भी बवासीर का खतरा बढ़ाती है।

पाइल्स के लक्षण – (Symptoms of Piles)-

अगर आप इन लक्षणों को महसूस करते हैं, तो आपको पाइल्स हो सकती है :

  • मलत्याग के समय खून आना
  • मलद्वार के आसपास सूजन या गांठ होना
  • बैठने में तकलीफ होना
  • मलद्वार के आस पास जलन या खुजली होना
  • मल त्याग के बाद भी पूरा पेट साफ न होना और ऐसा महसूस होना जैसे आपको मल त्याग के लिए दोबारा जाना पड़ेगा।
  • मलद्वार से मवाद या लिक्विड तरह पदार्थ निकलना (बाहरी पाइल्स में)

बवासीर यानी पाइल्स का आयुर्वेद में इलाज – (Treatment of Piles) –

सबसे पहले हम बात करते हैं घरेलू उपचार की जिससे घर बैठे पाइल्स से निपटा जा सकता है।

1. देशी उपचार (Desi Remedies) –

Lassi glass image

हमारी रिसर्च के अनुसार यह इलाज सबसे कारगर है 500 ग्राम दूध आपको दही जमने के लिए रख देना है। कोशिश करें दूध की क्वालिटी सही हो। आपको भोजन के बाद उसे दही की लस्सी बनानी है और खाने के बाद एक गिलास लस्सी पिए । यह कुछ दिनों तक करने के बाद पाइल्स से जुड़ी आपकी समस्या खत्म हो जाएगी।

बवासीर में क्या खाएं – Food in Bawaseer –

अगर कोई भी व्यक्ति पाइल्स किसी समस्या से ग्रसित है तो उसे अपने भोजन को बहुत ही साधारण और हल्का कर देना चाहिए क्योंकि साधारण भोजन पचने में आसान रहता है और आप रिलैक्स महसूस करते हैं अब ऐसा क्या खाए – भोजन करने से पहले लगभग एक प्लेट सलाद खाएं उसके बाद साधारण भोजन करे, तली भुनी चीजे , फास्ट फूड और बाहर के खाने से बचें।

सुबह दलिया खाएं दोपहर में हल्का भोजन करें सलाद खाएं , और रात में भी कुछ हल्का खाएं । पाइल्स जैसी समस्या से छुटकारा दिलाने में यह बहुत ज्यादा मायने रखता है कि आप क्या खाते हैं ।

गुनगुने पानी में बैठना (Sitz bath)- एक टब में गुनगुना पानी ले और कम से दिन में दो बार 15-20 मिनट उस टब में जैसे आप चेयर पर बैठते हैं उसी प्रकार बैठ जाए बैठने से अगर सूजन और दर्द अधिक है तो ऐसा करने से आपको काफी राहत मिलेगी ।

एलोवेरा जेल – Aloe vera- एलोवेरा जेल एक प्राकृतिक जड़ी बूटी है और पाइल्स का बेहतरीन इलाज एलोवेरा में सूजन कम करने वाले गुण होते हैं। एलोवेरा जेल को मलद्वार पर अच्छे से लगाए । अगर आप ऐसा रात को सोने से पहले करते हैं तो यह ज्यादा असरकारक होगा।

फाइबर युक्त आहार- अपने भोजन में फाइबर की मात्रा को बढ़ाएं जैसे दलिया, रेशेदार फल, सब्जियां, चोकर से बनी रोटी आदि।

पानी की मात्रा बढ़ाएं – अगर आप पाइल्स की समस्या का सामना कर रहे हैं तो आपको भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए। दिन में काम से कम 10 से 12 गिलास पानी पिए।

2. रिसर्च के अनुसार आयुर्वेदिक इलाज – Best Ayurvedic Treatment-

गुलकंद – Gulkand-

गुलकंद पाइल्स का बैरी है अगर किसी व्यक्ति को पाइल्स यानी बवासीर की समस्या है। एक अच्छी क्वालिटी का गुलकंद ले और और रात को सोते समय या दिन में जब भी आपको समय मिले एक या दो चम्मच प्रतिदिन खाए इससे आपका पेट खुलकर साफ होगा और यह पेट की गर्मी शांत करेगा और पाइल्स से आपको जल्द ही छुटकारा दिलाएगा।

Gulkand khane k fayde

त्रिफला चूर्ण – त्रिफला यानी तीन फलो ( बेहरा हरड और आंवला) के सही अनुपात में बना हुआ एक चूर्ण यह बवासीर का रामबाण इलाज है । रात को सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी से ले इसे लेने से सुबह पेट अच्छे से साफ होगा और कब्ज की समस्या समाप्त होगी जिससे ग्रसित व्यक्ति को मलत्याग में परेशानी नहीं होगी और जल्द ही पाइल्स की समस्या से छुटकारा मिलेगा ।

अर्शोघ्न वटी / पाइलक्स टैबलेट्स – यह आयुर्वेदिक गोली पाइल्स में काफी आरामदायक है।

Smooth Cream – अगर सूजन ज्यादा है और असहनीय पीड़ा है तो आप अरिस्टो कंपनी की स्मूथ क्रीम रात को सोने से पहले मलद्वार पर लगा सकते हैं। इससे सूजन कम होगी और दर्द से राहत मिलेगी इसके रिजल्ट बहुत ही असर कारक है।

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3. बवासीर सर्जरी (Surgical Options) –

किसी भी व्यक्ति को पाइल्स यानी बवासीर में सर्जरी को आखरी ऑप्शन रखना चाहिए क्योंकि यह इतनी बड़ी समस्या नहीं है अगर पाइल्स फोर्थ स्टेज की है और इसे संभालना मुश्किल है तो सर्जरी की तरफ जाना चाहिए।

सर्जरी के प्रकार – Types of Surgery

  • Rubber Band Ligation
  • Laser Surgery (आजकल सबसे लोकप्रिय और सुरक्षित विकल्प)
  • Hemorrhoidectomy (गांठ को काटकर निकालना)

अगर आपको पाइल्स है तो ये सावधानियाँ जरूर रखें – Precautions for Piles Patients –

1. कब्ज से बचें – फाइबर युक्त खाना और पर्याप्त पानी जरूर लें।

2. शौच को टालें नहीं – मल को रोकने से और ज्यादा दबाव बनता है। जिससे परेशानी और ज्यादा बढ़ सकती है।

3. ज्यादा देर तक न बैठें – विशेष रूप से टॉयलेट सीट पर।

4. Fast Food – तेज मसालेदार भोजन से परहेज करें

5. मोटापा नियंत्रित रखे

6. शारीरिक गतिविधि बढ़ाएं – रोज 30 मिनट चलना या हल्का व्यायाम फायदेमंद है।

7. धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं- बवासीर में शराब और सिगरेट का सेवन जहर के समान है।

8. साफ-सफाई का ध्यान रखें- मलद्वार की सफाई में लापरवाही संक्रमण बढ़ा सकती है।

पाइल्स से जुड़े कुछ सामान्य सवाल (FAQs) –

प्र. क्या पाइल्स का इलाज बिना ऑपरेशन के हो सकता है ?
उ. हां, अगर समस्या शुरुआती स्तर पर है तो घरेलू उपाय, आयुर्वेद और दवाओं से इसका इलाज संभव है।

प्र. पाइल्स से खून आना खतरनाक है ?
उ. अगर बार-बार खून आ रहा है तो यह एनीमिया जैसी स्थिति पैदा कर सकता है। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

प्र. क्या पाइल्स हमेशा दर्द देती है ?
उ. नहीं, आंतरिक पाइल्स में दर्द नहीं होता लेकिन खून आता है ।

निष्कर्ष- (Conclusion)-

पाइल्स एक सामान्य लेकिन उपेक्षित स्वास्थ्य समस्या है। अगर समय रहते इसका सही इलाज किया जाए और जीवनशैली में कुछ जरूरी बदलाव लाए जाएं, तो इससे आसानी से राहत पाई जा सकती है। शर्म या झिझक से नहीं, समझदारी और सजगता से इसका सामना करें।

यह जानकारी एक अच्छी रिसर्च के बाद लिखी गई है अगर आपको या आपके किसी संबंधी को पाइल्स यानी बवासीर की समस्या है तो हमारे द्वारा बताए गए तरीकों को अपनाए या अपने संबंधी को शेयर करें। आप इन तरीकों से पाइल्स की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं यह सम्भव है । और अगर यह समस्या अधिक बढ़ गई है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें । अपनी राय आप हमें कमेंट सेक्शन में जरूर लिखें ।

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